विक्रेता और खरीदार की पहचान की पुष्टि दोनों पक्षों की पहचान की पुष्टि के लिए उनके पहचान पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी) और पते का प्रमाण (Address Proof) की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही, दोनों की पासपोर्ट साइज फोटो भी जरूरी होती है।
संपत्ति का सत्यापन जमीन के स्वामित्व की पुष्टि के लिए विक्रेता के पास जमीन के सभी कानूनी दस्तावेज़ होने चाहिए, जैसे टाइटल डीड (Title Deed) जमीन का मालिकाना हक प्रमाणित करने वाला दस्तावेज़।खसरा/खतौनी (Khasra/Khatauni) जमीन का राजस्व रिकॉर्ड।म्यूटेशन सर्टिफिकेट (Mutation Certificate) जमीन के सरकारी रिकॉर्ड में नाम दर्ज होने का प्रमाण।एनओसी (No Objection Certificate) यदि आवश्यक हो, जैसे सरकारी अनुमति या कानूनी सहमति। खरीदार को सुनिश्चित करना चाहिए कि जमीन पर कोई कानूनी विवाद या बंधक न हो। इसके लिए एन्कम्ब्रन्स सर्टिफिकेट (Encumbrance Certificate) प्राप्त करना आवश्यक है, जो यह प्रमाणित करता है कि जमीन पर कोई ऋण या कानूनी बाधा नहीं है।
एग्रीमेंट का प्रारूप तैयार करना
वकील या कानूनी सलाहकार की सहायता से एग्रीमेंट का ड्राफ्ट तैयार करें। इसमें जमीन से संबंधित सभी विवरण स्पष्ट रूप से शामिल होने चाहिए। ड्राफ्ट में निम्नलिखित बिंदुओं का उल्लेख किया जाता है:
पक्षों की जानकारी विक्रेता और खरीदार के नाम, पते, और अन्य पहचान विवरण।
संपत्ति का विवरण जमीन का सटीक विवरण (माप, स्थान, खाता नंबर, खसरा नंबर, आदि)।
संपत्ति का मूल्य जमीन की बिक्री राशि और भुगतान की शर्तें।
एडवांस राशि (Advance Payment) खरीदार द्वारा दी जाने वाली एडवांस राशि और उसका भुगतान कब और कैसे होगा।
शर्तें और नियम (Terms and Conditions) विक्रेता और खरीदार के अधिकार और दायित्व, और एग्रीमेंट के तहत किसे क्या करना होगा।
समाप्ति अवधि (Completion Date) एग्रीमेंट के बाद कितने समय के भीतर रजिस्ट्री या बिक्री पूरी होगी।
बाधाएं और शर्तें यदि जमीन पर कोई कानूनी बाधाएं या विवाद हैं, तो उनका उल्लेख।
स्टांप पेपर (Stamp Paper) पर एग्रीमेंट करना जमीन के एग्रीमेंट को कानूनी मान्यता दिलाने के लिए इसे एक स्टांप पेपर पर तैयार किया जाता है। स्टांप पेपर की कीमत राज्य की स्टांप ड्यूटी दरों के अनुसार तय की जाती है।एग्रीमेंट को नोटरी द्वारा प्रमाणित कराना भी जरूरी हो सकता है, जिससे यह कानूनी रूप से वैध हो जाता है।
दोनों पक्षों के हस्ताक्षर (Signatures)एग्रीमेंट के सभी पृष्ठों पर दोनों पक्षों (विक्रेता और खरीदार) के हस्ताक्षर होने चाहिए।साथ ही, गवाहों के हस्ताक्षर भी आवश्यक होते हैं। आमतौर पर, दो गवाहों की उपस्थिति में एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए जाते हैं।
एडवांस भुगतान एग्रीमेंट के समय खरीदार को तयशुदा एडवांस राशि का भुगतान करना होता है, जिसे आमतौर पर एग्रीमेंट में दर्ज किया जाता है।यह भुगतान नकद, चेक या बैंक हस्तांतरण के माध्यम से किया जा सकता है। भुगतान के प्रमाण स्वरूप रसीद ली जाती है।
एग्रीमेंट की वैधता एग्रीमेंट में यह स्पष्ट किया जाना चाहिए कि कितने समय के भीतर जमीन की फाइनल रजिस्ट्री पूरी होगी।यदि किसी कारण से रजिस्ट्री पूरी नहीं होती है या कोई पक्ष समझौता तोड़ता है, तो एग्रीमेंट में लिखी गई शर्तों के अनुसार कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
पंजीकरण (Registration) (यदि आवश्यक हो) कुछ मामलों में, जमीन के एग्रीमेंट को सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में पंजीकृत कराना आवश्यक हो सकता है, जिससे यह अधिक सुरक्षित और कानूनी रूप से मजबूत हो जाता है।
निष्कर्ष जमीन का एग्रीमेंट एक महत्वपूर्ण कानूनी दस्तावेज़ है जो विक्रेता और खरीदार के बीच किए गए समझौते की पुष्टि करता है। इस प्रक्रिया में वकील की सहायता लेना और सभी कानूनी शर्तों का पालन करना जरूरी है ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की कानूनी समस्या से बचा जा सके।
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